उसने कहा की दील खो कर तुमने क्या पाया ह,
मेने कहा की जीवन का सत् पाया ह,
उसने कहा की जीवन का कोन्सा सच ह डून्दा,
मेने कहा की तुमको हमने लाखो मे ह खोजा.
उसने मुस्कुरा कर, कहा, लाखो को खो कर क्या पाया ह,
हमने बोला खो कर लाखो को पायी ह ये मुस्कान.
उसने मुस्कुरा कर बोला, इस मुस्कान मे क्या ह,
हमने हौले से बोला, यही तो मेरा छोटा सा जहाँ ह
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