Monday, March 30

मैं प्रतिबद्ध हूँ

मैं प्रंतिबध हूँ एक अछी शिक्षा देने के लिए
मै प्रतिबद्ध हूँ समाज को सही राह चलाने के लिए
मैं उन नियमो को नहीं मानती जो समाज के कुछ लोगो ने
बनाये अपनी ज्रुरुरत के लिए,केवल दिखावे के लिए,
कुछ ठेकेदार समाज के खुद ही उन नियमो को तोड़ते ,
जीन्हे वो लोगो का मार्गदर्शक कहते हैं,
मॆं प्रतिबद्ध हूँ समाज को सचाई से वाकिफ करने के लिए
मॆं प्रतिबद्ध हूँ जो कहती हूँ, कर दिखने के लिए.

Tuesday, March 3

ओह बेनाम जिहा रिश्ता

Oh benam jeha rishta..

ओह चेहरा जीनु मै अपनी जिंदगी विच
भुला सकदी नही, ओह नाम जीनु मै कदे
अपने नाम नाल जोड़ ते नही सकदी, पर
जेनू अपने जेहन तो मिटा सकदी नही
ओह एक नाम तेरा ही हा,
ओह रिश्ता तेरा- मेरा ,किसी नाम दा मुहताज नही,
ओह रिश्ता, किसे कागज ते लगी मोहर दा बखान नही
पलकां जिन्दे दुःख नाल भिज जान
जीदी खुशी नाल,मेरे मन दे बुझे चिराग फ़िर जल जान
ओह एक नाम तेरा ही हा