Monday, April 16

तनहाई

तन्हायिऊँ से अब लड़ने की ख्वाइश ह,
खुद से कुछ कर गुजरने की ख्वाइश ह
आप का इंतजार बहुत कर लिया हमने बैठे बैठे
अब आगे बढ कर तुम्हें छूने की ख्वाइश ह
सपनों मै दीदार बहुत कर लिया तुम्हारा
अब सपनो को हक़ीकत मै बदलने की ख्वाइश ह
तन्हायिऊँ से अब लड़ने की ख्वाइश ह,

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