mujhe चमकता सितारा न बना, तो कोई गम नही खुदा
मगर mujhe उस आस्मां me, बस थोड़ी सी जगह देना
जिसकी मैं हकदार हूँ
तू जनता हा की मैं, अस्मा की बुलंदी पर जाने के लीया
कोई क़ुरबानी दूँगी नही,
तू jantaह, अपना hअक पाने के लिए लोगो से
मैं ladongi नही
मैं ऊपर पहुँचाने के लिए
किसी और को नही गिरओंगी कभी
बस कर्म कर रही हूँ, जी जान से
मन हो तुमारा तो मेरा ये जीवन सफल
बना देना,
कभी इस गुमनाम सी लड़की को
कोई तो इनाम दिला dena
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