Saturday, April 21

दील टूट जाता ह..

हमने जिस् पल, अपनी चाहत उसके नाम की
उसी घड़ी , चुन ली राह बदनामी की
लोग पागल कहते ह तो कहा करे
अब हमको परवाह क्या ह ज़माने की
मगर जब वो हमे दीवाना कहता ह
दील चीर जाती ह ये बात उसकी
लोग तो पागल हमे कहे सो कहे
वो जो कहता ह, तो दील टूट जाता ह..

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