तिमिर मिटा ह , आजादी के दीप जले ह
हर तरफ़ सुखमय हरियाली ह,
हरियाली के रंगों मॆं ही
मेरी वसुंधरा हुई मतवाली ह,
झूम झूम के गाती धरती ह।
आओ सब मिल खेलें खेल
आज मिटा दे दुःख का अँधियारा,
ज्ञान का दिया जले हर घर मे एक,
सभी द्वेष अब मिट जायें और
खुशियों का हो समावेश,शवेता
की यही दुआ हा
सर्वोत्तम हो मेरा देश...
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