हम सब भारतीय है जो मंदिर न जाने वालो को नास्तिक बताते हैं,
और खुद मंदिर मैं जा कर पड़ोसन और पडोसी की चुगली लगते है ,
हम सब भारतीय हैं,जो भगवा पहन कर सनयासिनो से इश्क लड़ाते है ,
और डिस्को जाने वालो हमारे युवको को पथभ्रष्ट बताते है !
हम सब भारतीय है ,जो पत्नी के घूमने पर पाबंदी लगते है,
मगर उसके के तीन दिन के तीर्थ के झूठ पर जल्दी स्वीकृति लगते है ,
हम सब भारतीय है, जो अपने बच्चो के पास होने के लिए नक़ल लगवाते है ,
और फेल हो जाये तो पडोसी से भी छुपाते है ,
हम सब झूठ के इतने आदि हो चुके है,
की सच से सदा घबराते है,
राम नाम मैं नहीं कर्म में निवास करता है,
ये बात हमें गंदे कर्मो में लिप्त लोग ही उपदेश बना के सुनाते है!
और खुद मंदिर मैं जा कर पड़ोसन और पडोसी की चुगली लगते है ,
हम सब भारतीय हैं,जो भगवा पहन कर सनयासिनो से इश्क लड़ाते है ,
और डिस्को जाने वालो हमारे युवको को पथभ्रष्ट बताते है !
हम सब भारतीय है ,जो पत्नी के घूमने पर पाबंदी लगते है,
मगर उसके के तीन दिन के तीर्थ के झूठ पर जल्दी स्वीकृति लगते है ,
हम सब भारतीय है, जो अपने बच्चो के पास होने के लिए नक़ल लगवाते है ,
और फेल हो जाये तो पडोसी से भी छुपाते है ,
हम सब झूठ के इतने आदि हो चुके है,
की सच से सदा घबराते है,
राम नाम मैं नहीं कर्म में निवास करता है,
ये बात हमें गंदे कर्मो में लिप्त लोग ही उपदेश बना के सुनाते है!